तुर्की जनवरी और अक्टूबर में आई भूकंप की लहर से तबाह हो गया है । पूर्वी प्रांत एलाज़ीडोडो को हिलाकर रख देने वाले 6.7 तीव्रता के भूकंप में कुल 41 लोगों की मौत हो गई थी और 1600 से अधिक घायल हुए थे । माना जा रहा है कि 30 अक्टूबर को पश्चिमी प्रांत में 6.6 तीव्रता के भूकंप के बाद कम से कम 115 लोगों की मौत हो गई थी और हर दिन मरने वालों की संख्या बढ़ हीं रही है ।
किसी अन्य घटना से कहीं अधिक, भूकंप ने रिसेप तैयप एर्दोगान द्वारा शासित तुर्की की भ्रष्ट वास्तविकताओं को बेनकाब कर दिया है । भूकंप की इस लहर नें सत्तारूढ़ - जस्टिस एंड डेवलपमेंट पार्टी (एकेपी) के राजनेताओं के भ्रष्टाचार को उजागर किया, जिन्होंने पैसे या वोटों के बदले में निर्माण कार्य में कोड उल्लंघन के प्रति आंखें मूंद ली थीं, और एकेपी के करीबी ठेकेदार - जिन्होंने देश के शहरी निर्माण मे आए उछाल को बेलगाम लालच की दौड़ में बदल दिया था ।
उसने एक ऐसे राज्य की लोकप्रिय छवि को भी चकनाचूर कर दिया है, जिसके राजनेताओं, नौकरशाहों, सेना और पुलिस कमांडरों ने खुद को सर्व-शक्तिशाली और सबका शुभचिंतक बताया था और बदले में सम्पूर्ण निष्ठा की मांग की थी ।
2020 में, दुनिया भर में, अब तक 15 घातक भूकंपों में 203 लोगों की जान जा चुकी है और उनमें से 157 मौतें तुर्की में हुई हैं । ये आँकड़े एक भ्रष्ट और निरंकुश नेता के हाथों गरीबों की ज़िंदगी की तबाही का खुलासा करते हैं ।
पश्चिमी तुर्की में 1999 के भूकंप के बाद, जिसमें लगभग 17000 लोगों की मौत हो गई थी, एक विशेष भूकंप कर लागू किया गया था। इस धन को केवल संभावित आपदाओं के लिए निर्धारित किए जाने के बावजूद अन्य क्षेत्रों में खर्च किया गया है । विपक्ष का मानना है कि इन करों में जुटाई गई राशि 36 अरब डॉलर से अधिक है।
यह भी ध्यान दिया जाना चाहिए कि एर्दोगान ने व्यक्तिगत रूप से निर्माण बूम की अध्यक्षता की है जिसके दौरान सरकार समर्थक ठेकेदारों को पूरे देश में निर्माण करने के लिए कमोबेश मुक्त शासन की अनुमति थी ।
तुर्की सक्रिय भूकंपीय फॉल्ट लाइनों पर स्थित है और यहाँ हमेशा भूकंप का खतरा रहता है । फिर भी एर्दोगान सरकार ने 18 साल के शासनकाल में, बड़े भूकंप की स्थिति में बड़े पैमाने पर होने वाली मौतें और आपदा को रोकने के लिए कोई तैयारी नहीं की और एहतियात बरतने के लिए कोई भी प्रयास नहीं किया । इसलिए आपदा का पैमाना इतना अधिक होने की वजह मानव निर्मित है, इस अर्थ में कि यदि पर्याप्त निवारण के उपाय किए जाते तो इसे काफी हद तक कम किया जा सकता था ।
इसके बावजूद लोगों में एकजुटता लगातार बढ़ती जा रही है । 12 अक्टूबर से हड़ताल पर चल रहे पड़ोसी प्रांत मनीसा के सोमा ज़िले के खनिकों ने बचाव दल का गठन कार उसे इज़मिर भेजा । इस बीच, यूनियनों, गैर सरकारी संगठनों, समाजवादी दलों और संगठनों ने लोगों को भोजन, कंबल और दवा उपलब्ध कराने के लिए इज़मिर सॉलिडेरिटी नेटवर्क की स्थापना की । हालांकि, इन्हें पुलिस क्रूरता और हिरासत का सामना करना पड़ा ।
कोविड -19 महामारी के कू-प्रबंधन के कारण सरकार के खिलाफ पहले से ही भारी असंतोष उभर रहा है और ताज़ा भूकंप ने एक बार फिर एर्दोगान के विश्व प्रसिद्ध 1000 कमरे के महल में भ्रष्टाचार के स्तर को रेखांकित किया । सरकार ने इज़मिर में राहत कार्यों के लिए केवल $4.4 मिलियन ही आबंटित किया जबकि महल का दैनिक खर्च $1.3 मिलियन तक पहुंच गया है।
झुग्गियों में शांति! महलों पर युद्ध!
एकजुट लोगों को कभी भी हराया नहीं जा सकता !
सोशलिस्ट री-कंस्ट्रक्शन पार्टी (SYKP) एक तुर्की राजनीतिक पार्टी है और प्रोग्रेसिव इंटरनेशनल की सदस्य है।
फोटो : Duvar English