War & Peace

प्रशांत क्षेत्र के मूलनिवासी सशस्त्र संघर्ष का अनुभव कैसे करते हैं?

सशस्त्र संघर्ष के बीच में फंसे कोलंबिया के स्वदेशी लोग अपने क्षेत्र, लोगों और पहचान के लिए सम्मान की मांग करते हैं।
ट्रुथ कमीशन और नेशनल इंडीजीनस ऑर्गनाइजेशन ऑफ कोलम्बिया (ONIC) ने 16 सितंबर को दूसरी प्रादेशिक मान्यता बैठक की। उन्होंने चर्चा की कि कैसे कोलंबियाई प्रशांत में स्वदेशी लोगों ने सशस्त्र संघर्ष का अनुभव किया है, साथ ही साथ प्रदेशों में इसके प्रभावों और प्रतिरोध पर भी चर्चा हुई।

ट्रुथ कमिशन के जातीय लोगों के निदेशालय के एक सदस्य अलेजांद्रा लेलानो ने कहा - “यह बैठक स्वदेशी लोगों की मान्यता और सशस्त्र संघर्ष के प्रभाव को बढ़ावा देने के साथ-साथ शांति और प्रकृति की देखभाल के लिए उनके प्रतिरोध और उनके योगदान को बढ़ावा देने का प्रयास करती है” । यह आयोजन वर्चुअल था जिसमे प्रशांत तट के कोका, नारीनो, चोको और वैली के मूलनिवासीओं ने भाग लिया ।

ट्रुथ कमीशन के अध्यक्ष जेसुइट पुजारी फ्रांसिस्को डी रूक्स ने स्पष्ट किया कि “हम आज महत्व के इस आयोजन में एकजुट हैं, यह विश्वास दिलाते हैं की हमारे स्वदेशी समुदायों और उनकी आध्यात्मिक और ऐतिहासिक परंपराओं के साथ चलने से हीं हम उस देश का निर्माण कर सकते हैं जिसके, कोलंबिया के सभी युवा और बच्चे, हकदार हैं।”

कोलंबिया में 68 स्वदेशी जातियों को सशस्त्र संघर्ष और उनके संबंधित क्षेत्रों में प्राकृतिक संसाधनों के शोषण के कारण शारीरिक और सांस्कृतिक विनाश का खतरा है।

“हमारे क्षेत्र के भीतर चिंता का माहोल है, क्योंकि आप अब मुक्त नहीं रह सकते, आप इस क्षेत्र में शिकार नहीं कर सकते क्योंकि यह निषिद्ध है और जब आप चाहते हैं तो आप घूम भी नहीं सकते, क्योंकि वे कहते हैं कि कि यह उनकी अनुमति के साथ होना चाहिए। यह युद्ध हमारा नहीं है, युद्ध कहीं और आयात होता है और हमारा क्षेत्र अपने दुरुपयोगों से निपटते-निपटते थक गया है” - एसोसिएशन ऑफ इंडिजिनस कैबिलडोस एपेरारा सियापिडारा के नारीनो (ACIESNA) के कानूनी प्रतिनिधि मिगुएल पर्टियागा ने कहा।

चोको और ब्यूनावेंटुरा के विभागों में, समुदाय भय और निरंतर चिंता में रहते हैं क्योंकि स्वदेशी प्रदेशों, अधिकारियों, पारंपरिक डॉक्टरों, गार्ड या शिक्षकों के लिए कोई सम्मान नहीं है।

ब्यूनावेंटुरा में वौनान के स्वदेशी लोगों के नेताओं में से एक ने कहा कि "वे समुदायों को धमकी देते हैं और मारते हैं ताकि शहर में बड़े पैमाने पर विस्थापन हो, ताकि क्षेत्र खाली हो जाए और वे काम कर सकें। उन्होंने यह भी कहा कि सशस्त्र समूह उन पर सेना के पक्ष में होने का आरोप लगाते हैं जबकि सेना उन पर कोलंबिया के पूर्व क्रांतिकारी सशस्त्र बलों के तथाकथित असंतुष्टों - FARC - या अर्धसैनिक बल का समर्थन करने का आरोप लगाते हैं । उन्होंने कहा, “स्वदेशी और एफ्रो-कोलम्बियाई लोगों पर तीन समूहों द्द्वारा नकेल कसी गई है ।”

2018 में आयोजित राष्ट्रीय प्रशासनिक सांख्यिकी विभाग (DANE) की राष्ट्रीय जनगणना के अनुसार, चोको की 30 नगर पालिकाओं में 68,415 स्वदेशी लोग रहते हैं। सबसे बड़ी आबादी ऑल्टो बॉडो, बाजो बॉडो, बगदो और अराटो सैन जुआन में हैं। इन समुदायों की रिपोर्ट है कि सन 2000 के बाद से सशस्त्र संघर्ष तेज हो गया है, जिससे विस्थापन हुआ और मानवाधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।

एम्बर कैटिओ लोगों के चिदिमा समुदाय के नेता ऑस्कर कारुपिया ने कहा कि उन्होंने चोको में हिंसा का अनुभव किया था: “जब मैंने घर छोड़ा, मेरे बच्चे रो रहे थे, मेरे बच्चों की मां हाल में हीं मर गई थी, वे अनाथ हो गए थे। वे वास्तव में वह सारी दौलत और शांति जो मेरे पास थी, ले गए । मैंने अपना जीवन यहां गरिमा के साथ गुजारा, लेकिन मुझे एक वास्तविक कारण के लिए अपना घर छोड़ना पड़ा, क्योंकि यहां मैं दोनों तरफ से निशाने पर था। सेना, अर्धसैनिक बल और गुरिल्ला सभी ने मुझ पर उन कारणों के लिए दबाव डाला जो मुझे समझ नहीं आए इसलिए मुझे घर छोड़ना पड़ा। मुझे उम्मीद है कि सशस्त्र समूह समझेंगे, मुझे उम्मीद है कि सरकार समझेगी की हत्या, विस्थापन, अत्याचार, नरसंहार इसका समाधान नहीं है। ”

खनन एक और समस्या है जिसने क्षेत्र को त्रस्त कर दिया है। जनवरी 2009 में, खनन कंपनी म्यूरियल माइनिंग कॉरपोरेशन ने सेरो केयरपेरो में अवैध रूप से प्रवेश किया, जो चोको और एंटिओक्विया के स्वदेशी समुदायों के लिए एक पवित्र स्थान था। इस कंपनी ने स्वतंत्र, पूर्व और सूचित सहमति के अधिकार का उल्लंघन किया और मनमाने ढंग से क्षेत्र में प्रवेश किया तथा प्राकृतिक संसाधनों का दोहन करने लगे ।

“कंपनी ने जमीनी समुदायों के साथ पूर्व-परामर्श नहीं किया जैसा कि उसे करना चाहिए था। एक पूर्व-परामर्श एक दिन, एक महीने, एक वर्ष में नहीं किया जाता।” जिगुआमियानो स्वदेशी आरक्षण के सदस्यों में से एक ने जोर देते हुए कहा कि “समुदायों, महिलाओं, बड़ों, जैबानस को यह समझने में लंबा समय लग सकता है कि इसका क्या असर होगा, या इससे चीजों पर कौन सा अच्छा या बुरा प्रभाव पड़ेगा ।”

संघर्ष के विकल्प के रूप में स्वदेशी रक्षक

हिंसा और आंतरिक प्रक्रियाओं को मजबूत करने की आवश्यकता के कारण, स्वदेशी लोग अपने क्षेत्र की रक्षा करते हैं और हर दिन एक सम्मानजनक जीवन, जहां समानता और स्वतंत्रता प्रबल होती है, के लिए लड़ते हैं । प्रतिरोध के कई रूपों में स्वदेशी रक्षा, संगठन और संघर्ष का एक उदाहरण है जो क्षेत्र और जीवन की रक्षा के लिए अनुमति देता है।

नासा पीपुल्स के पूर्व-गवर्नर बीट्रीज डगुआ ने समझाया कि “स्वदेशी रक्षक, क्षेत्र को नियंत्रित करने पर ध्यान रखते हैं, वे उन अच्छे और बुरे लोगों लोगों पर नज़र रखते हैं जो क्षेत्र में प्रवेश करते हैं। स्वदेशी रक्षक - पहरेदार, कार्यवाहक हैं और वे एक विरासत हैं। यहां, एक समुदाय के रूप में, हम कहते हैं कि 'हम सभी रक्षक हैं', क्योंकि अगर कुछ होता है, तो यह हम सभी के लिए होता है। ”

नासा पीपुल्स के गवर्नर लुइस अल्फ्रेडो कैम्पो ने जोर देकर कहा कि सशस्त्र अभिनेताओं के विपरीत, गार्ड के पास केवल इस क्षेत्र की रक्षा करने के लिए अपने कर्मचारी हैं। "एक भी गोली चलाए बिना, वे प्रकृति, जंगलों, पानी, भूमि, परिवारों और घरों की देखभाल करते हैं। स्वदेशी होने के हमारे सार में स्वदेशी गार्ड हमारे आंदोलन में बहुत महत्वपूर्ण है।

इसी तरह, गवर्नर ने जोर देकर कहा कि कमांड स्टाफ गार्ड का प्रतीक है, “यह कुछ ऐसा है जिसने हमें पीढ़ी -दर-पीढ़ी, 500 से अधिक वर्षों तक प्रतिनिधित्व किया है।”

इस दूसरी प्रादेशिक मान्यता बैठक के समापन में, प्रशांत के स्वदेशी लोगों ने सशस्त्र समूहों और राष्ट्रीय सरकार को अपनी मांगें भेजीं:

“हमारे क्षेत्र का सम्मान करें, हमारे लोगों का सम्मान करें, हमारी पहचान का सम्मान करें। सभी की गरिमा और स्वतंत्रता का सम्मान करें।”

Available in
EnglishItalian (Standard)FrenchPortuguese (Brazil)Portuguese (Portugal)SpanishGermanHindi
Translators
Nivedita Dwivedi and Jahnavi Taak
Date
23.10.2020
Source
Original article🔗
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