हमें श्रमिक जनों को पूँजीवादी वायरस के ख़िलाफ़ एकजुटता, जनतंत्र, और जनता के लिए सामाजिक सुरक्षा के रूप में वैक्सीन सुरक्षा कवच देने की जरूरत है।
कोविड-19 महामारी के एक वर्ष से अधिक गुज़र जाने के बाद, पूरी दुनिया के श्रमशील जन उस वैश्विक पूँजीवादी व्यवस्था की त्रासदी झेल रहे हैं और उत्पीड़ित हो रहे हैं जो लोगों के जीवन और आजीविका की रक्षा में पूरी तरह से विफल रही है। पेंडेमिक ने समूची दुनिया में भयावह आर्थिक मंदी पैदा कर दी है, जिसमें अपने काम से हाथ धो बैठने वाले अथवा आय में कमी का संकट झेल रहे लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। यह संकट सामाजिक विषमताओं और अन्याय को गहराता जा रहा है।
घातक सार्स-कोव-2 (SARS-CoV-2) वायरस जनित कोविड-19 ने दुनिया भर में एक करोड़ अड़तीस लाख से ज़्यादा लोगों को संक्रमित किया और लगभग तीस लाख लोगों की जान ले ली है, दूसरी ओर बर्बर पूँजीवादी वायरस ने, जो श्रम और प्राकृतिक संसाधनों के शोषण पर फलता-फूलता है, वैशिक स्वास्थ्य संकट को और भी गहरा कर दिया है और करोड़ों जिंदगियों को बर्बाद कर दिया है।
इसी के साथ, बहुत से देशों की सरकारें, जिनमे दक्षिण पूर्वी एशियाई सरकारें भी शामिल हैं, वायरस के प्रसार पर लगाम लगाने के बहाने का इस्तेमाल जनतांत्रिक स्पेस को ध्वस्त करने और सत्ता पर अपनी पकड़ मज़बूत करने के लिए कर रही हैं।मगर हम उन आम लोगों को भी देख रहे हैं जो जनतंत्र विरोधी व्यवहारों और अधिनायकवादी शासन के सामने घुटने टेकने से इंकार करते हुए इस आतंक के ख़िलाफ़ साहस के साथ संघर्ष करने के लिए उठ खड़े हुए हैं। 2020 से ही थाईलैंड में जारी जनतंत्र-समर्थक आंदोलन और म्यांमार में तख्तापलट-विरोधी संघर्ष, दमनकारी शासन तंत्रों के ख़िलाफ़ लड़ रही जनता के महत्वपूर्ण एवं उल्लेखनीय उदाहरण हैं।
आम जनों के जीवन, आजीविका, और कल्याण पर संकटग्रस्त पूँजीवादी अर्थव्यवस्था के लगातार ख़तरे को देखते हुए समय आ गया है कि हम श्रमशील वर्ग और प्रगतिशील ताक़तों को एक ऐसे विकल्प के निर्माण के लिए पुनर्गठित करें जो पूंजीवाद की त्रासदी और बर्बरता से लोगों को मुक्ति दिला सके।
मई दिवस हमें एक बेहतर दुनिया के लिए श्रमशील जनों के अधूरे और जारी संघर्ष की याद दिलाता है, एक ऐसी दुनिया, जहाँ सारे लोग आज़ाद, न्यायपूर्ण, लोकतांत्रिक, स्वस्थ, सुरक्षित और पोषणीय वातावरण में रहते हों। सच्चे अर्थों में सामाजिक परिवर्तन की माँग के लिए नीचे से श्रमशील जनों की सतत एकजुटता, संगठन और गोलबंदी के बिना ऐसा कोई प्रयास पूरा नहीं किया जा सकता।
हम, अधोहस्ताक्षरी, निम्नलिखित के लिए आह्वान करते हैं :
- दक्षिणपूर्वी ऐशिया में सैन्य तानाशाहियों और सेना-वर्चस्व वाले शासन का अंत।हम म्यांमार में सैन्य तख्तापलट की भर्त्सना करते हैं और जनतंत्र के लिए बर्मा की जनता के संघर्ष के साथ अपनी एकजुटता व्यक्त करते हैं।हम थाईलैंड में भी जनतंत्र के लिए संघर्ष का समर्थन करते हैं। सारे राजनीतिक बंदियों को रिहा करो और विरोधियों का दमन बंद करो।श्रमशील जनों के अपने जीवन में बेहतरी के लिए आवाज़ उठाने और संगठित होने के लोकतांत्रिक स्पेस की रक्षा करो।
- एक निःशुल्क सार्वभौम स्वास्थ्य सेवा जो प्रवासियों और शरणार्थियों सहित सभी के लिए सुलभ हो।सभी राष्ट्रों को वैक्सीन और अनिवार्य दवाओं की सर्वजनीन उपलब्धि की गारंटी के लिए, ड्रग पेटेंट पर बड़ी फ़ार्मा कंपनियों के एकाधिकार को समाप्त करते हुए वैक्सीन रंगभेद का अंत करो।
- आय सुरक्षा के साथ जॉब सुरक्षा की गारंटी। स्थाई कामों की आउटसोर्सिंग और अनियमितिकरण (कैजुअलाईजेशन) व्यवहार का अंत करो। सरकार को व्यापक प्रगतिगामी कराधान प्रणाली (कंप्रिहेंसिव प्रोग्रेसिव टैक्सेशन) लागू करने के जरिये प्राप्त राजस्व का उत्पादक क्षेत्रों और सामाजिक अधिसंरचना के निर्माण और संरक्षण, पोषणीय कृषि व खाद्यान्न उत्पादन, पुनः प्रयोज्य ऊर्जा का उत्पादन, सामाजिक आवासीय व्यवस्था ,और घर के अंदर महिलाओं के बहु-स्तरीय काम के बोझ, जिसमें वृद्ध, अशक्त-अपंग और बच्चों की देखभाल शामिल है, को कम करने के लिए देखभाल सेवाओं सहित आवश्यक सेवाओं में निवेश करना चाहिए।आसियान (ASEAN) देशों की सरकारों को अनिवार्य रूप से एक ऐसी आंचलिक प्रणाली स्थापित करनी चाहिए जो क्षेत्र में सस्ता-श्रम नीतियों और वेतन- मज़दूरी के संकुचन का अंत करने की दिशा में श्रमशील जनों के लिए बेहतर वेतन सुनिश्चित करे।आसियान देशों की सरकारों को निश्चित रूप से एक ऐसी अर्थव्यवस्था के निर्माण के लिए एक साथ मिल कर काम करना चाहिए जो आम लोगों के लिए काम करती हो न कि कारपोरेशनों के मुनाफ़े के लिए।
- सभी के लिए आधारभूत आय और सामाजिक सुरक्षा की गारंटी, जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि सबसे गरीब परिवारों और उन लोगों सहित सभी लोगों को, जो पेंडेमिक के चलते अपनी आय खो चुके हैं, गरिमापूर्ण और टिकाऊ रूप से अपने जीवन को पुनर्व्यवस्थित करने का अवसर मिल सके।
- खाद्य सुरक्षा में वृद्धि के लिए समेकित कार्यक्रम, जिससे लोगों को स्वास्थ्यकर भोजन सुलभ होना सुनिश्चित हो सके और सभी देशों में छोटे किसानों की आजीविका संरक्षित रह सके।
- वैश्विक दक्षिण की सरकारों पर थोपे गए विकृत क़र्ज़ों का निरस्तीकरण, जिससे कि संकट के समय लोगों के लिए सामाजिक कार्यक्रमों में आवंटित करने के लिए अधिक राशि उपलब्ध हो सके।
- साम्राज्यवादी शक्तियों ( विशेषकर अमेरिका) द्वारा क्यूबा, वेनेज़ुएला, और ईरान सहित उन तमाम देशों पर थोपे गए एकतरफ़ा आपराधिक प्रतिबंधों का अंत, जो उनके हितों की संगति में नहीं हैं।
- जीवाश्म ईंधनों से बाहर हो कर शत प्रतिशत पुनर्प्रयोज्य ऊर्जा की ओर न्यायपूर्ण संक्रमण करने, भूमि, जंगल, जल, और समुद्र के पर्यावरणीय पुनर्जीवन के लिए कार्यक्रम सुनिश्चित करने, दुष्प्रभावों का सामना करने और तेज़ी से इससे बाहर हो जाने में लोगों के सशक्तिकरण के लिए सामुदायिक शक्ति विकास के कार्यक्रम चलाने, और जनता के लोकतांत्रिक नियंत्रण में पर्यावरणीय पोषणीयता पर आधारित उत्पादन के लिए पुनरौद्योगीकरण कार्यक्रमों के रूप में जलवायु और पर्यावरण संकट से निपटने के लिए, तत्काल आवश्यक कदम उठाओ।
- महिलाओं के अधिकारों की गारंटी करो: इसके लिए ऐसे कानून बनाओ और लागू करो जो महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा को अपराध की श्रेणी में लेते हैं और महिलाओं द्वारा गर्भपात का निर्णय लेने के अधिकार सहित उनके पुनर्जनन अधिकारों को सशक्त करते हैं।
आइए, विद्यमान पूँजीवादी व्यवस्था को चुनौती देने और समाजवादी दृष्टि के साथ अपनी दुनिया के पुनर्निर्माण के लिए श्रमशील-वर्ग अन्तर्राष्ट्रीयतावाद की भावना के साथ एकजुट हों।
हस्ताक्षरी :
1.पार्टी सोसियालिस मलेसिया (PSM) मलेशिया
2.पार्तायी रकायत पेकरेज़ा (PRP) इंडोनेशिया
3.पार्टी ओफ द लेबरिंग मासेस (PLM) फ़िलीपींस
4.सोशलिस्ट वर्कर्स, थाईलैंड