2020 का पेंडेमिक वर्ष अमेज़न के लिये रिकार्ड समृद्धि-विस्तार की सौग़ात ले कर आया है। उदाहरण के लिये तीसरी तिमाही में, जो इसकी अब तक की सबसे सफल तिमाही थी, अमेज़न ने पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में अपनी बिक्री में 37 प्रतिशत की वृद्धि की घोषणा की। फ़ोर्ब्स पत्रिका के अनुसार,अमेज़न के संस्थापक जेफ़ बेज़ो की व्यक्तिगत सम्पदा ने अक्टूबर 2019 से नवम्बर 2020 के बीच $70 बिलियन डालर वृद्धि की छलांग लगायी।
अमेज़न की ऑनलाइन ख़रीददारी से ले कर क्लाउड सेवाओं तक हर चीज का इंफ़्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराने की कोशिशों ने वाशिंगटन और ब्रुसेल्स में नियामकों (regulators) का ध्यान खींचा। नागरिक अधिकार कार्यकर्ता अमेज़न द्वारा कर्मचारी अधिकारों के हनन, कर चोरी, व्यक्तिगत डेटा का दुरुपयोग, भारी पैमाने पर पर्यावरण मानकों की अवहेलना, और अन्य कम्पनियों की ग्राहकों तक पहुँच पर 'डी फ़ैक्टो' नियामक बनने का आरोप लगाते हैं। इस सिलसिले में बहुराष्ट्रिक यूनी ग्लोबल यूनियन (Uni Global Union) द्वारा प्रोग्रेसिव इंटरनेशनल और अन्य ग्रुपों के साथ "ब्लैक फ़्राइडे" को आयोजित "मेक अमेज़न पे" हड़तालों और प्रतिरोध प्रदर्शनों ने व्यापक विश्वव्यापी ध्यान आकृष्ट किया।
यहाँ चेक गणराज्य में, हम अमेज़न से केवल उसके जर्मन पेज़ के माध्यम से ही कोई ख़रीददारी कर सकते हैं। इसका परिणाम ग्राहकों के लिये विलम्ब के साथ-साथ तुलनात्मक रूप से ऊँची क़ीमतों में होता है। मगर अमेज़न यहाँ स्थानीय प्लेटफार्मों के मुक़ाबले कम व्यवसाय करने के बावजूद निश्चित रूप से बड़ी संख्या में चेक कर्मचारियों को रखता है, जो मुख्यतः जर्मन बाज़ार के लिये आपूर्ति चेन में काम करते हैं। वोक़्सपॉट (Voxpot) द्वारा की गयी एक छानबीन से पता चलता है कि हमारा देश अमेज़न के लिये एक तरह के गोदाम - और इसके समूचे पश्चिमी व्यापार क्षेत्र के धनाढ्य ग्राहकों की सेवा के लिये सस्ते श्रम के श्रोत का काम करता है।
"कोई भी जिसे औरों के अधिकारों की चिंता हो, कभी इतना पैसा नहीं बना सकता", यह सोचना-कहना था करीब बीस वर्ष की कटरीना प्रीबर्सका का, उत्तरी- बोहेमियन शहर मोस्त में टहलते हुए हुई हमारी बातचीत के दौरान। कटरीना का अधिकांश चेक कर्मचारियों के मुक़ाबले बेज़ो की कम्पनी के साथ काफ़ी लम्बा-गहरा अनुभव रहा है - उसने 2019 में अपने बेटे के जन्म से पहले सेंट्रल-बोहेमियन शहर दोब्रोविज़ में अमेज़न के एकमात्र चेक वितरण केंद्र में दो सालों से ज़्यादा काम किया है।
कटरीना ने सिलाई का (seamstress) प्रशिक्षण लिया है, उसे अपनी सीखने में कठिनाइयों (learning difficulties) के चलते ग्राफ़िक डिज़ाइन में विशेषीकरण के लिये हाई स्कूल करने की योजना छोड़नी पड़ी थी। उसने सिलाई कर के अपनी आजीविका चलाने की कोशिश की, मगर उसका वेतन सिर्फ़ 8000CZK (क़रीब $375) था, जब कि उसे 2000 CZK हर महीने केवल आने-जाने के लिये भुगतान करना होता था। फिर उसने और दूसरे रोज़गारों की कोशिश की।
"मैं कहीं भी ज़्यादा समय तक नहीं टिक सकी, क्योंकि मैं बेहद ( hyper) संवेदनशील हूँ। मैं अनुचित बात बर्दाश्त नहीं कर सकती", वह बल दे कर कहती है। यदि अपने मातृत्व अवकाश के बाद पैसे पा सकी, वह एक दर्जी की दुकान खोलना चाहेगी, जिसमें वह विकलांग लोगों को काम पर रखेगी। वह अमेज़न में वापस नहीं जाना चाहती, इस बात के बावजूद कि वह अभी भी कम्पनी में यूनियन की गोलबंदी के लिये पूरी तरह से सक्रिय है। कोमुतोव (Chomutov) जिला, जिसमें मैं कटरीना के साथ चल रही थीं, हमारी उस बातचीत को एक आकर्षक (interesting) पृष्ठभूमि प्रदान कर रहा था, जिसमें हम एक ऐसी कम्पनी में काम करने के बारे में चर्चा कर रहे थे, जिसके अनवरत आविष्कार (incessant innovations), निरंतर बढ़ते जाते मुनाफ़े, प्रभावोत्पादकता (effectiveness) और उत्पादकता के पूँजीवादी प्रेरकों-आवेगों को गति देते रहते हैं। इस उत्तरी-बोहेमियन परिदृश्य पर अभी भी पुराने कम्युनिस्ट शासन के घावों के निशान बिखरे हुए हैं : इसकी कुख्यात भूरी कोयला खदानो से ले कर केमिकल प्लांटों, बाढ़ से तबाह घरों, और अर्ध विनष्ट क़स्बों ( towns) तक जो अब कुछ किलोमीटर दूर पुनर्वासित हो चुके हैं। ये सभी उन दृष्टिवानों (visionaries) की परियोजनाओं के अवशेष स्मारक है जिनकी श्रम सांगठनिकता को ले कर राय बेज़ो और उसकी सिलिकान वैली के साथियों से हट कर थी। इस पृष्ठभूमि में उन आगे आने वाले निशानों-स्मारकों का अनुमान सहज ही लगाया जा सकता था जो डिजिटल पूंजीवाद के आज के कप्तानों की वैसी ही साहसी दृष्टियाँ छोड़ने वाली हैं।
मैंने कटरीना से अमेज़न के चेक कर्मचारियों की बेज़ो के बारे में राय पूछा। क्या वे उसके बारे में किसी मिथकीय व्यक्तित्व की तरह आदर से बात करते हैं ?
वह कहती है :" हम अक्सर उसका मज़ाक़ बनाया करते हैं। जब किसी चीज़ के लिये पैसों की कमी पड़ जाती है, हम कहते हैं जेफ़ को शायद अपने रॉकेटों के लिये इसकी ज़रूरत पड़ गयी होगी।"
बावजूद इसके, बेज़ो (स्पेसफ़्लाइट फ़र्म ब्लू ओरिजिन का मालिक) की ताक़त आश्चर्यजनक रूप से दोब्रोविज़ में दिखती है। अमेज़न के सारे वितरण हबों में काम और कार्यदशाओं के बारे में एक समान निर्देश सीधे कम्पनी के सियाटेल के प्रधान मुख्यालय से आते हैं - तमाम साइटों पर समान रूप से गहनतम प्रभावी नियंत्रण सुनिश्चित करने के लिये। मगर सब कुछ एक समान नहीं है : जब सियाटेल ने सारे वितरण हब कर्मचारियों के लिये एक बारगी $500 का करोनावायरस बोनस का आदेश दिया, चेक कर्मचारियों को बस इसके आधे से कुछ ही ज़्यादा भुगतान किया गया। चेक गोदाम कर्मियों का 160 CZK ($7.5) प्रति घंटे का वेतन, जर्मनों को मिलने वाले वेतन (€12;$15) का बस आधा है। पोल वासियों को चेक नागरिकों से भी कम मिलता है।
चेक अमेज़न के लिये काम करने को इच्छुक व्यक्ति को रैंदस्तड (Randstad) या अडेक्को (Adecco) एजेंसियों के माध्यम से निर्धारित अवधि ठेके ( fixed-term contract) पर वितरण केंद्र में रखा जाता है। क्रिस्मस से पहले अमेज़न ने 3000-4000 लोगों को बिना किसी साक्षात्कार के, बस स्वास्थ्य जाँच के आधार पर काम पर रख लिया। इनमें से ज़्यादातर क्रिस्मस की तेज़ी ख़त्म होते ही छटनी कर दिये गये, जब कि अभी वे ट्रायल अवधि में ही थे।
कटरीना बताती है : " वे इसे बेहद गंदे तरीक़े ( disgusting) से करते हैं, उदाहरण के लिये जब लोग काम की शिफ़्ट पर जाने के लिये आते हैं और अपनी चिप के साथ गेट के अंदर घुसने नहीं दिये जाते। फिर उनसे कहा जाता है कि वे अपने से वापस घर चले जायें या फिर बस का इंतज़ार करें जो दस घंटे बाद पाली ख़त्म होने पर जायेगी। 2016 में मैं हर सुबह इसी चिंता में रहती थीं कि मुझे शायद काम पर जाने से रोक दिया जाये।"
ऐसे कुछ ही भाग्यशाली होते थे जिन्हें एजेंसी से सीधे अमेज़न में ट्रांसफ़र होने का मौक़ा मिलता था ( तथाकथित "ब्लू बैजेज") उन्हें पूरी ट्रायल अवधि पार करनी होती थी, तभी उनके साथ अनिश्चित अवधि का करार हो सकता था। अमेज़न के इस श्रेणी के लगभग 3,000 स्थाई कर्मचारी हैं।
अमेज़न के शारीरिक श्रम कर्मचारी दस घंटे की शिफ़्ट करते हैं, सप्ताह में चार बार। उनका 160CZK का प्रारंभिक वेतन सैद्धांतिक रूप से हर वर्ष बढ़ना चाहिये, जिसकी दूसरी कंपनियों के वेतन के सापेक्ष वार्षिक प्रतिस्पर्धी आधार पर गणना होती है। मगर इस साल कोई वृद्धि नहीं दी गयी - इसके बदले कर्मचारियों को निम्नलिखित संदेश मिला :
"प्रिय कर्मचारियों, इस वर्ष का वेतन पुनरीक्षण, जिसमें हमने समान कार्य पदों के वेतन की तुलना की, अभी - अभी पूरा हो चुका है। इस वेतन विश्लेषण का परिणाम यह है कि हमारे मूल वेतन अभी भी प्रतिस्पर्धी बने हुए हैं, और इसलिये हमारी वेतन भुगतान योजनायें यथावत रहेंगी। हम आप के काम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हैं जो आप ने हमारी कंपनी, और सबसे बढ़ कर हमारे ग्राहकों के लिये किया है। आप को धन्यवाद। यदि आप की कोई शंका हो, अपने एचआर विभाग अथवा अपने मैनेजर से सम्पर्क करने में बिल्कुल मत झिझकें। आप का शुभेच्छु, अमेज़न।
प्रति घंटे की यह दर चेक औसत से कम है, मगर उस्ती नाद लाबेम जैसे गरीब इलाक़ों के शारीरिक श्रम करने वाले श्रमिकों के लिये तुलनात्मक रूप से बेहतर है।
ZO OSPO अमेज़न यूनियन के अध्यक्ष इवो मायर का कहना है कि अक्सर अमेज़न में मिलने वाला बीमारी अवकाश भत्ता भी यहाँ उत्तरी क्षेत्र में उससे अधिक है जहां लोग रोज़ काम करने जाते हैं।
इवो मायर बताता है कि अमेज़न द्वारा लिये जाने से पहले उसकी पत्नी एक दर्जिन (seamstress) के रूप में 14,000CZK ($650) का कुल (gross) वेतन पाती थी। वह आगे जोड़ता है कि मगर इसमें बस से रोज़ आने-जाने के लिये लगने वाले तीन घंटे के समय - काम के पहले और बाद में होने वाली देरी का भी ध्यान दिया जाना चाहिये।
एक और कर्मचारी बताता है :"यदि मैं अपने आने-जाने वाले समय को गड़ना में लूँ, तो मेरा कुल वेतन 80CZK ($3.75) प्रति घंटा है। इसके बाद आप के पास काम करने और सो जाने के अतिरिक्त कुछ भी करने के लिये समय नहीं होगा।
काम के इतने लम्बे दिन और आना-जाना बताता है कि कटरीना वापस अमेज़न क्यों नहीं जाना चाहती।
वह कहती है :" यह हमारे पारिवारिक मूल्यों की संगति में नहीं बैठता"। वह बताती है कि उसका पति भी अमेज़न में ही काम करता है, आजकल वह काम के लिये सुबह 4 बजे निकल जाता है और शाम 7 बजे घर वापस आता है। कटरीना के लिये ऐसी परिस्थिति का हल बोर्डिंग किंडरगार्टेन से ही निकल सकता है जहाँ बच्चे को पूरे चार दिनों के लिये भेज दिया जाय। वह बताती है कि मोस्त में यह आम बात हो गयी है। मगर वह ज़ोर दे कर कहती है "मैं ऐसा अपने बच्चे के साथ हरगिज़ नहीं करूँगी।"
मि० मायर और Ms. प्रिब्रस्का के अनुसार अमेज़न ख़ासतौर पर सुनिश्चित करता है कि उसका हर कर्मचारी सभी काम जाने - वह ग्राहक के लिये सामान को प्राप्त करना, भंडारण, उठाना,और पैकेजिंग करना - सब कुछ जानता रहे। समान "उठाने" ( "pick") के दौरान कर्मचारी को अपनी हर शिफ़्ट में दस किलोमीटर तक चलना पड़ता है।
दोनो ट्रेड यूनियन कार्यकर्ता बताते हैं कि स्कैनर के इस्तेमाल की कुख्यात निगरानी-नियंत्रण व्यवस्था उतनी कठोर नहीं हैं, जितना अक्सर दावा किया जाता है। उदाहरण के उनके लिये बाथरूम जाना तब तक कोई समस्या नहीं है, जब तक वे अपना प्रति घंटे अपेक्षित उत्पादकता कोटा पूरा करते रहते हैं। मगर न तो वे और न ही प्राग (Prague) का शीर्षस्थ प्रबंधन यह बता सकता है कि उत्पादकता अपेक्षा के ये मानक निर्धारित कैसे होते हैं।
इवो बताती है : " यह एक तरह की अल्गोरिद्म ( algorithm) जटिल संगणना है - पूरे यूरोप में शायद सिर्फ़ पाँच लोग ही इसे समझते हों। यह कमोबेश तुलनात्मक वितरण केन्द्रों के परिणामों पर निर्भर है, जिसके आधार पर वे वह औसत निर्धारित करते हैं जिसे पूरा करना होता है।"
अगर कोई व्यक्ति पीछे रह जाता है, उसे ADAPT प्रक्रिया के अधीन लाया जा सकता है ; प्रक्रिया में कुछ स्तर तक असफ़ल रहने के बाद उस कर्मचारी को निकाला (termination) जा सकता है। इसमें वे यह भी जोड़ते हैं कि इस साप्ताहिक आकलन में वैयक्तिक मैनेजरों की बात भी मायने रखती है।
चेक ट्रेड यूनियन कार्यकर्ता, यूनियनों के प्रति दूसरे देशों से आने वाली अमेज़न के चरम विद्वेष की रिपोर्टों से सहमत हैं। उनकी सूचना के अनुसार, अमेज़न मैनेजरों को यह निर्देश हैं कि वे नियमित रूप से उस हर व्यक्ति की रिपोर्ट करें, जिसके मुँह से "यूनियन" शब्द निकला हो, जिससे अमेज़न उनके यूनियन में गोलबंद हो पाने से पहले ही उन्हें निकाल बाहर कर सके। उस व्यक्ति ने, जिसने दोब्रोविज़ में 2016 में यूनियन बनाई, अपने इरादों को पूरी तरह से गुप्त रखा, जब तक कि उसने अमेज़न को सूचित नहीं कर दिया कि संगठन बनाया जा चुका है - और श्रम क़ानून के मुताबिक़, संगठनकारी कमेटी के सदस्यों को निकाला नहीं जाना चाहिये। उन यूनियनों के बजाय, जो आधिकारिक-औपचारिक रूप से संगठित हो कर श्रम क़ानूनों द्वारा अनुमोदित भूमिकायें निभाती हैं, और अधिकृत रूप से कर्मचारी हितों का प्रतिनिधित्व करती हैं, अमेज़न तथाकथित "कर्मचारी फ़ोरम" का गठन करता है।
इवो का कहना है कि ये फ़ोरम कर्मचारियों की वास्तविक समस्याओं के समाधान के बजाय कर्मचारियों का ध्यान भटका कर अमेज़न के लिये दलाली ज़्यादा करते हैं। बार-बार प्रयासों के बावजूद भी अमेज़न में यूनियन संगठन अभी तक ऐसा सामूहिक समझौता हस्ताक्षरित करवा पाने में सफल नहीं ही सका है जो चेक लेबर कोड की परिधि से बाहर कर्मचारियों के हितों- अधिकारों को सुनिश्चित कर सके।
दोब्रोविज नगरपालिका प्राग के बाहरी क्षेत्र के कई किलोमीटर पश्चिम में स्थित है, जो एक ऐतिहासिक केंद्र को एक खास तरह के आवासीय विकास उपग्रह नगर से जोड़ती है। यह एयरपोर्ट और साथ ही प्राग और पश्चिमी यूरोप के महत्वपूर्ण एक्स्प्रेस रोड R6 के भी पास है। सम्पर्क-संचार की यह बेहतर सुविधा प्राग के निवासियों को शहर से बाहर शांत जीवन के लिये, और साथ ही 'व्यावसायिक संकुल' विकसित करने वालों को भी आकर्षित करती है।
स्थानीय औद्योगिक ज़ोन क़रीब बीस साल पहले बना था। पानातोनी (Panattoni) यूरोप डवलपमेंट कंपनी ने अपने भवनों को आठ कंपनियों को किराये पर दिया हुआ है। सबसे बड़ा, 95,000 वर्गमीटर का भवन अमेज़न ने किराये पर लिया हुआ है, जिसका वितरण केंद्र - तेरह फुटबाल मैदानों जितनी जगह घेरे हुए - चेक गणराज्य में सबसे बड़ा अलग से स्थापित औद्योगिक भवन है। उसके देखने भर से समझ आ जाता है कि कैसे वहाँ 'पिकर्स' को एक दिन में दस किलोमीटर तक चलना पड़ता होगा।
बुधवार की दोपहर को बग़ल वाले पार्किंग लॉट पर सब कुछ शांत है। दर्जनों बसें वहाँ पार्क की हुई हैं - कुछ पर इश्तहार चिपके हैं "काम पर मुस्कराहट के साथ जाइये"। सेंट्रल-बोहेमियन और उस्ती नाद लाबेम इलाक़ों की लगभग पचास जगहों से अमेज़न लोगों को रोज काम पर मुफ़्त ले जाता है। शाम 5 बजे और सुबह 4 बजे के बाद बसे निकलना शुरू होती हैं, कर्मचारियों को ले जाने- ले आने के लिये, जो वहाँ वितरण केंद्र में लगातार दो शिफ़्ट में चल रहे काम में लगे होते हैं। शाम को जगमगाते प्रवेश हाल में अमेज़न के ध्येय वाक्य (motto) दमकते रहते हैं : "कठोर परिश्रम करो, आनंद लो, इतिहास बनाओ" ( "Work Hard, Have Fun, Make History")।
वहाँ कम्पनी द्वारा वित्त पोषित दोब्रोविज-अमेज़न ट्रेन स्टॉप भी है। ट्रेन प्राग से यहाँ दिन में तीन बार आती है, जिनमे दो बार के समय अमेज़न की शिफ़्टों के अनुसार संयोजित किये गये हैं। हाईवे अमेज़न के 'लाजिस्टिक्स केंद्र' से "अमेज़न स्ट्रीट" द्वारा जुड़ा है जो उस बाइपास का हिस्सा है जिसे नगरपालिका ने डवलपमेंट कम्पनी से हासिल किया है। बार-बार की सफ़ाई के बावजूद, यह रास्ता ट्रक ड्राइवरों द्वारा खिड़की से फेंके गये कचरे से भरा रहता है।
दोब्रोविज का ऐतिहासिक केंद्र, पाँच सौ निवासियों की म्यूनिसिपालिटी, अमेज़न से बस चहलकदमी भर की दूरी पर है। स्थानीय म्यूनिसिपल प्राधिकरण के सामने, हमारी मुलाक़ात हाना वेसेला से हुई जो 'सिटिजेंस फ़ॉर दोब्रोविज" संगठन के संस्थापकों में से एक है। यह समूह 2013 में गठित हुआ था, जब स्थानीय नयी आवासीय विकास परियोजना के निवासी, अपने घरों के पीछे औद्योगिक पार्क में स्थित, अब निष्क्रिय हो चुके अमेज़न के शिकायत केंद्र से आने वाले शोर के ख़िलाफ़ शिकायत करने पर मजबूर हुए। जब नागरिकों ने अमेज़न की गतिविधियों को लेकर शिकायत करनी शुरू की, उन्होंने पाया कि सेंट्रल-बोहेमियन क्षेत्र ने 'चेकइन्वेस्ट' सरकारी एजेंसी के सहयोग से पानातोनी को अमेज़न के लिये एक नया विशाल गोदाम बनाने की अनुमति का वायदा किया था। इसमें नये आवासीय प्रोजेक्ट के निवासियों की खिड़कियों के ठीक नीचे दो-लेन की सड़क का निर्माण भी शामिल था।
जब संगठन ने नये केंद्र के निर्माण के संबंध में जानकारी जुटाने में रुचि लेना शुरू किया, यह पता चला कि म्यूनिसिपालिटी अपने खुद के 'ज़ोनिंग प्लान' को डेवलपर के लिये बदले में बिना कोई लाभ पाये फेरबदल के लिये सहमत थी। मगर दोब्रोविज के नागरिक ऐसे किसी समझौते के लिये सहमत नहीं थे। वासेला ने बताया: " मेरे अपने सम्पर्क थे, और मैं जानती थी कि हम डेवलपर से माँग कर सकते हैं"।
2013-14 बीतते ,इस तरह म्यूनिसिपालिटी मीडिया और राजनीतिक दिलचस्पी का केंद्र बन चुकी थी। "स्थानीय प्राधिकारियों से उद्योग और व्यापार मंत्री, चेकइन्वेस्ट के प्रतिनिधि, और साथ ही पानातोनी और अमेज़न के मैनेजर भी एक-एक कर के मिल रहे थे।" सिटिजेंस फ़ॉर दोब्रोविज़' ने इस परियोजना के पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव का सवाल उठाया, यह भी पूछा कि प्राग के पास, जहां बेरोज़गारी की कोई समस्या नहीं थी, अन्य बेरोज़गारी झेल रहे क्षेत्रों को छोड़ कर इस साइट के निर्माण का क्या औचित्य था ?
वासेला कहती है : "चेकइन्वेस्ट के बन्दे बहुत उत्साहित थे। वे समझाने लगे कि कैसे सब कुछ इतने शानदार ढंग से काम करेगा जैसे सूरज हमेशा चमकता रहेगा। इसलिये मैंने पूछा अगर संयोग से बरसात होने लगी तब क्या होगा?"
अंततः म्यूनिसिपालिटी और पानातोनी के बीच टाउन के चारो ओर उपरोक्त बाइपास के निर्माण, दूषित जल-प्रसंस्करण (waste-water-treatment) के विस्तार की सुविधा, और स्थानीय बजट के लिये दस लाख CZK ($50,000) वार्षिक पर बातचीत हुई। बाद में सिटिजेंस फ़ॉर दोब्रोविज़ एसोसिएशन ने, जो निर्माण स्वीकृति प्रक्रिया में एक स्वतंत्र भागीदार के रूप में शामिल था, अमेज़न के साथ अपना खुद का सहमति पत्र (एग्रीमेंट) हस्ताक्षर किया, जिसके अनुसार पानातोनी प्रस्तावित गोदाम और पारिवारिक घरों के बीच एक ध्वनि अवरोधक (noise barrier) बनायेगा। अंततः दोब्रोविज़ के पास अमेज़न के वितरण केंद्र की गतिविधियाँ सितम्बर 2015 से शुरू हो पायीं।
हाना वासेला एग्रीमेंट पर टिप्पणी करती है :"मुझे लगता है, हमने वह सब कुछ पा लिया, जो हम पा सकते थे"। यही कारण था कि एसोसिएशन ने अंततः निर्माण में बाधा नहीं डालने का निर्णय लिया - हालाँकि कुछ पड़ोसियों ने इस निर्णय का विरोध किया। आसपास की म्यूनिसिपलटियों को इंगित करते हुए, जिन्हें अन्य कंपनियों के लाजिस्टिक्स गोदाम बनाने पर कुछ भी नहीं मिला था,वह समझाती है: "एकबार जब पानातोनी को क्षेत्र द्वारा गोदाम निर्माण का वायदा कर दिया गया, भवन निर्माण को पूरी तरह रोक पाना संभव नहीं था। ज़्यादा से ज़्यादा हम डेवलपर के साथ शर्तों का ही मोलतोल कर सकते थे"।
सुश्री वासेला उस टाउन में ट्रैफ़िक की स्थिति में आये उल्लेखनीय सुधार पर ख़ासा ज़ोर देती है जो अमेज़न के आने से पहले वर्षों से बाइपास का इंतज़ार कर रहा था। वह कहती है "अधिकांश समय यहाँ टाउन सेंटर में आप को ट्रक, बसें, या सचमुच अमेज़न में काम करने वाले कर्मचारी दिखाई तक नहीं देंगे।" टाउन में वह पानातोनी के पैसों से बना बच्चों का लिये एक नया खेल मैदान और अमेज़न द्वारा प्रायोजित स्थानीय सॉकर क्लब दिखाती है। वह बताती है कि बातचीत के जरिये तय हुए भुगतानों के अतिरिक्त पानातोनी द्वारा म्यूनिसिपालिटी को अपने गोदामों के लिये सम्पदा कर भी अदा किया जाता है। पास का एयर पोर्ट अन्य सुविधाओं के साथ ही दोब्रोविज़ को तुलनात्मक रूप से सम्पन्न शहर भी बनाता है।
2013 में जब अमेज़न ने पहली बार चेक गणराज्य पर अपना ध्यान केंद्रित किया, वह जर्मनी में वितरण हब के कर्मचारियों द्वारा लगातार हड़तालों का सामना कर रहा था। अपने जर्मन ग्राहकों की निर्बाध सेवा जारी रखने के लिये तब अमेज़न ने चेकइन्वेस्ट को चेक गणराज्य में शाखायें खोलने में मदद के लिये साथ लिया। अमेज़न ने वर्ष 2013-14 में, जब आर्थिक संकट के बाद बेरोज़गारी बेहद ऊँचे स्तर पर थी, दोब्रोविज़ और ब्रूनो के अपने वितरण केंद्रों में 4000 ( पीक सीज़न में 10,000 तक) को रोज़गार देने का वायदा किया। यह चेक अधिकारियों लिये काफ़ी आकर्षक प्रस्ताव था।
मगर इस घोषणा बाद परिस्थितियाँ उतनी आसान नहीं साबित हुईं जैसा अमेज़न ने सोचा था। जब कि दोब्रोविज़ में स्थानीय निवासियों के साथ उपरोक्त विवाद के चलते वहाँ कुछ ही महीनों का विलम्ब हुआ (अमेज़न अपनी योजना के अनुरूप 2014 के क्रिस्मस सीज़न में शुरुआत नहीं कर सका), ब्रूनो में डीलिंग इतनी लंबी खिंचती चली गयी कि अमेज़न को अपना निवेश रद करने का फ़ैसला लेना पड़ा। इसी कारण से, अमेज़न ने 2016 में वापस हुए सामानों के लिये डोलनी पोकरनीस में प्रस्तावित लॉजिस्टिक्स सेंटर भी नहीं बनाया।
अमेज़न के वितरण केंद्रों के निर्माण पर आपत्ति करने वालों को निर्माण अनुमति प्रक्रियाओं के दौरान कई तरफ़ से दबाव का सामना करना पड़ा। वे डेवलपर, जिन्हें अमेज़न के लिये शेड निर्माण करना था, रुकावटों की शिकायत कर रहे थे जिसके चलते क्रिस्मस की बिक्री प्रभावित हो सकती थी। वे नागरिकों के असंतोष का दोष म्यूनिसिपलटियों द्वारा ख़राब संचार-सम्पर्क पर मढ़ते हुए अमेज़न और उसके द्वारा दिये जाने वाले रोज़गार को सेंट्रल यूरोप के दूसरे, निवेश का स्वागत करने वाले, शहरों में ले जाने या फिर यहाँ तक कि कम्पनी के रूके हुए निवेश और प्रतिष्ठा के नुक़सान के लिये मुक़दमे की भी धमकी देने लगे।
इसके अलावा, एक बड़ी यूएस कम्पनी द्वारा हज़ारों रोज़गार के वायदे को तत्कालीन प्रधान मंत्री बोहुस्लाव सोबोत्का की सोशल-डेमोक्रेटिक सरकार का भरपूर समर्थन था, जिसमें उसके वित्तमंत्री (वर्तमान प्रधान मंत्री) आंद्रे बाबिस और उद्योग व व्यापार मंत्रालय का सहयोगी ज़्याँ म्लादेक शामिल थे। राष्ट्रपति मिलो ज़ेमन का भी कहना था कि उन करारों का अनुमोदित न होना जो ब्रूनो में गोदाम का निर्माण सुनिश्चित करते, "स्टूपिड" था। राजनीतिक और आर्थिक टिप्पणी कार इस बात से चिंतित थे कि वैश्विक निवेशकों के बीच देश की छवि ख़राब हो सकती थी।
यह राष्ट्रीय आत्मावलोकन अमेज़न के शीर्ष प्रबंधन की उन लफ़्फ़ाज़ियों से पुष्ट हो रहा था, जिनमे अमेज़न यूरोप के चीफ़ टिम कोलिंस ने घोषणा की कि चेक गणराज्य में गोदाम निर्माण के पहले उन्हें जिन समस्याओं का सामना करना पड़ा वे अपने आप में अनूठी थीं। "हमने वार्ता टेबल पर कितनी सारी चीजें रखीं - ढ़ेर सारे रोज़गार, इतना अधिक निवेश, हमारी योजनायें अर्थव्यवस्था को वर्षों तक आवेग देती रहेंगी, और यहाँ तक कि हमने चेक गणराज्य से किसी वित्तीय प्रोत्साहन की भी माँग नहीं की।"- उसने बिज़नेस डेली " होस्पोदारस्के नोविनी" (Hospodarske noviny) के लिये एक साक्षात्कार में रेखांकित किया।
"स्टील सिटीज़ : लॉजिस्टिक्स आर्किटेक्चर इन सेंट्रल एंड ईस्टर्न यूरोप" के सह लेखक मिरोस्लाव पाजदेरा के अनुसार "अमेज़न जैसी कंपनियों की निर्माण प्रक्रिया के लम्बा खिंचने में कोई रुचि नहीं होती क्योंकि उन्हें अपने केंद्रों को जितना जल्दी संभव हो सके उतनी जल्दी बनाना होता है। चेक गणराज्य में अमेज़न के वितरण केंद्र की एकमात्र शर्त जर्मन सीमा से अधिकतम 300 कि.मी. की दूरी और हाई वे नेटवर्क से निकटतम सम्पर्क मार्ग का होना था। अमेज़न का नया गोदाम प्राग, ब्रूनो या शायद पर्दुबिस (Pardubice) के नज़दीक होने पर इन शर्तों में कोई अंतर नहीं पड़ने वाला था।"
यह वह कारण था जिसके चलते इतनी अधीरता थी। चूँकि ये शर्तें चेक और विदेश के तमाम शहर पूरा कर सकते थे, इसलिये अमेज़न के पास किसी एक अनिच्छुक समुदाय पर समय व्यर्थ करने का कोई कारण नहीं था। पाज़देरा के अनुसार समस्या स्थानीय प्राधिकारियों के लॉजिस्टिक्स केंद्रों की योजना के प्रति कमजोर आग्रह व दृष्टिकोण की भी थी। "महत्वपूर्ण निर्णय और दायित्व स्थानीय सरकारों के ज़िम्मे थे, जो बड़े धनिक डेवलपर के साथ वार्ताओं में अक्सर कमजोर भागीदार साबित होते थे। नगर का 'ज़ोनिंग प्लान' पर्यावरण के बेहतरीन ले आउट के लिये प्रभावी 'टूल' के बजाय प्रशासनिक बोझ माना जाता है। राज्य के दृष्टिकोण से ये निवेश आमतौर पर बिना किसी आलोचना के सकारात्मक मान लिये जाते हैं। इस तरह की अधिसंरचना के साथ काम करने को ले कर कोई विशेषज्ञ राय-विमर्श नहीं किया जाता।"
प्रोग्रेसिव इंटरनेशनल की ओर से 'मेक अमेज़न पे' प्रतिरोध प्रदर्शनों का प्रमुख संगठक कैस्पर गेल्डरब्लॉम 2014 में अमेज़न के व्यवहार को "नीचे की ओर दौड़" ( race-to-the-bottom) का सटीक उदाहरण मानता है। उसके अनुसार "अलग-अलग अधिकार क्षेत्र एक दूसरे के ख़िलाफ़ खड़े हो कर कम्पनी को सबसे ज़्यादा कर छूट, सबसे बेहतरीन अधिसंरचना, और सबसे सस्ती श्रम शक्ति का प्रस्ताव देने लगते हैं। कॉरपोरेशन बस टहल कर अपना पसंदीदा प्रस्ताव उठा सकता है, या फिर जब भी यदि उसे किसी अधिकार क्षेत्र में कोई चीज नहीं पसंद आयी, अपने उत्पादन को वहाँ से वहाँ से हटा कर अन्यत्र ले जा सकता है।"
पूरे वर्ष 2013 में जर्मनी जैसे धनिक प्राधिकार क्षेत्रों का लगातार भयदोहन होता रहा कि कि कम्पनी ज़्यादा सस्ती श्रम शक्ति के लिये वहाँ से हट सकती है। गेल्डरब्लाम का कहना है: "किसी भी हाल में ऐसा व्यवहार करने वाला अमेज़न अकेला बहुराष्ट्रिक कॉरपोरेशन नहीं है। हाँ मगर वह उनमें से एक ज़रूर है जिन्हें इस खेल में ख़ासी महारत हासिल है।"
फ़िलहाल अमेज़न की चेक बाज़ार में घुसने की कोई योजना नहीं है, पश्चिमी यूरोप और यूएस में इस फ़र्म के साथ जुड़ी कुछ समस्याएं चेक गणराज्य में नहीं हैं। यहाँ अमेज़न की अपने पेज़ पर छोटे ऑनलाइन स्टोरों द्वारा दी जाने वाली छूटों को, यदि वह उनसे सहमत नहीं है, तो छिपा लेने के एकाधिकारी व्यवहारों की समस्या नहीं है। यूएसए में, जहां अमेज़न की इलेक्ट्रानिक्स व्यापार में लगभग 40 फ़ीसदी की हिस्सेदारी है, उसके ख़िलाफ़ आलोचना के लिये यह सबसे प्रचलित आधारों में से एक है।
इसके बावजूद ,यह देश भी, क्षेत्र के और दूसरे देशों की तरह ही,फ़र्म से प्रतिकूल प्रभावित है। चेक गणराज्य दोब्रोविज़ में फ़र्म के गोदाम के रूप में अमेज़न को भौतिक अधिसंरचना उपलब्ध कराता है - इसलिये अमेज़न के कर्मचारियों की स्थिति, फ़र्म के पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव, और स्थानीय टाउनों पर इसके प्रभाव जैसे सवालों को नज़रअंदाज़ नहीं किया जा सकता।
अन्य परवर्ती कम्युनिस्ट देशों की तरह ही यहाँ भी समान कार्य के लिये पश्चिमी यूरोप से कम वेतन देना मानक व्यवहार के रूप में प्रचलित है। कर्मचारियों द्वारा उपलब्ध कराये गये प्रमाणों के अनुसार - अन्य फ़र्मों की दशायें भी - यदि वे अमेज़न से बदतर न भी हों - तो भी तुलनीय हैं। इसके बावजूद चेक गणराज्य अमेज़न के लिये मुख्यतः उसके जर्मन बाज़ार के लिये सस्ते श्रम के काम आता है - और यहाँ अमेज़न उन बहुत सी बातों से आराम से बच सकता है, जिन्हें वह जर्मनी में बिना सार्वजनिक आलोचना के वह बिल्कुल भी अनदेखी नहीं कर सकता था।
उन सभी अमेज़न कर्मचारियों ने, जिनसे मेरी बातचीत हुई, फ़र्म का करोनावायरस बोनस केवल आधा मिलने की शिकायत की। यह कहा जा सकता है कि ये वे व्यवहार हैं, जिनके चलते चेक नागरिक खुद को ईयू (EU) का दोयम दर्जे का नागरिक महसूस करते हैं - और इस भावना को कम कर के नहीं आंका जा सकता। इवो मायर ने, जिसने हमारे साथ साक्षात्कार में लेबर कोड से शब्दशः पैराग्राफ़ उद्धृत किये और अमेज़न ट्रेड यूनियन कार्यकर्ताओं के समर्थन में तमाम अखिल-यूरोपीय पहलकदमियों की जानकारी दी, जब मैं चलने को हुई, यह टिप्पणी की : वह "जैसा कि अंग्रेजों ने किया, उसी तरह ईयू से बाहर हो जाना" पसंद करेगा।
अमेज़न दोब्रोविज़ में बेरोज़गारी की समस्या के हल में मदद करने नहीं, बल्कि जर्मनी को जाने वाले राजपथ से जितना सम्भव हो सके नज़दीक रहने के लिये आया था। यह टाउन अथवा उसके आसपास के कोई बहुत ज़्यादा लोगों को रोज़गार नहीं देता, और न ही स्थानीय निवासियों-समुदायों के बीच अपनापन का भाव विकसित करने का कोई प्रयास करता है। अमेज़न यहाँ उन लोगों को काम देता है जिन्हें वह सामाजिक रूप से ज़्यादा कमजोर चेक इलाक़ों से बसों में भर कर लाता है, मगर उनके आवासीय इलाक़ों में किसी तरह की नागरिक सेवा, अधिसंरचना, अथवा सामुदायिक एकजुटता विकसित करने का कोई काम नहीं करता।
साथ ही साथ,विभिन्न टाउनों से अजनबियों का आमेलन कर्मचारियों के लिये खुद से संगठित हो पाना और भी कठिन बना देता है। इसके चलते अमेज़न के लिये यूनियनों के ख़िलाफ़ माहौल बनाना आसान हो जाता है। इस बीच, प्राग के चतुर्दिक कृषि भूमि ( एकमात्र नहीं) का इस्तेमाल नये लॉजिस्टिक्स शेडों के निर्माण के लिये हो रहा है। एक बार जब सेंट्रल यूरोप में वर्तमान लॉजिस्टिक्स बूम ख़त्म हो जायेगा, इन शेडों का क्या उपयोग रह जायेगा, कहा नहीं जा सकता।
श्रम बाज़ार में हो रहे परिवर्तनों, लगातार गहराते आर्थिक संकट, और ऑनलाइन ख़रीददारी की बढ़ती लोकप्रियता के परिप्रेक्ष्य में, इस सम्भावना से इंकार नहीं किया जा सकता कि आने वाले दिनों में गोदाम से जुड़े रोज़गारों की माँग और आपूर्ति दोनो बढ़ती रहेगी। यदि ऐसा होता है, तो उम्मीद की जानी चाहिये कि चेक नागरिक अमेज़न और अन्य लॉजिस्टिक्स केंद्रों के साथ डील करते हुए जैसे वे 2014 में थे, उससे कहीं ज़्यादा समझदार और दूरदर्शी बनेंगे। पहला कदम बिल्कुल स्पष्ट है : तोहफ़ों के साथ पहुँचने वाले अमेरिकी निवेशकों के बारे में भी आलोचनात्मक दृष्टि के साथ बात शुरू करना।
क्लारा वोतावोवा चेक सार्वजनिक सेवा के एक विभाग में काम करती है। वह Voxpot.cz के लिये लिखती है और एक गर्वीली ट्रेड यूनियन कार्यकर्ता है।
फोटो: मज़्दा स्लामोव