नए डेटा नोवारा मीडिया के अनुसार, हिंसक आंदोलनकारियों की तुलना में शांतिपूर्ण पर्यावरण कार्यकर्ताओं को अधिकतर पुलिसिंग के आरोपों का सामना करना पड़ता है। अगर वे गिरफ्तार हो जाते हैं तो l
सूचना की स्वतंत्रता के दस्तावेज़ जो महानगर पुलिस से ग्लोबल संघटन ने नोवारा मीडिया को साझा किया l इसमें बताया गया है कि लगभग ७०००पर्यावरण आंदोलनकारियों २०१९से वर्ष २०२५ तक गिरफ्तार किया जब की दक्षिणपंथी समूहों के केवल ४००लोगों को गिरफ्तार किया गया।
यह अधिक जलवायु आंदोलन का विरोध दर्शाता है, लगभग ६०% जलवायु कार्यकर्ताओं पर कार्रवाई लगाई गई। वहीं केवल ३२% दक्षिणपंथी को गिरफ्तार किया गया।
सन् २०२२में पुलिस की नई ताक़त के आने से जलवायु कार्यकर्ताओं पर तीन गुना अधिक आरोप लगाए गए — ७५%। जलवायु कार्यकर्ताओं की तुलना में केवल २५% दक्षिणपंथी थे। यह आंकड़ा तब हैं जब जलवायु कार्यकर्ता सिविल अवज्ञा का पालन कर रहे थे, जबकि दक्षिणपंथी समूहों को हिंसक अपराध के लिए गिरफ्तार किया जाना चाहिए था।
यह सारे दमन जो पुलिस और सरकार के द्वारा इन कार्यकर्ताओं
पर चलाया गया है के बावजूद दक्षिणपंथी राजनेता और टिप्पणि करो ने पुलिसिंग की हिंसक व्यवहार की निंदा की है।
यह आंकड़े बताते हैं कि यह भेदभाव उन शांतिपूर्ण कार्यकर्ताओं के लिए है जिनको असमान्य रूप से परेशान किया जा रहा है। उनकी तुलना में दक्षिणपंथी के साथ ऐसा कुछ नहीं है।
ग्लोबल witnessअभियान चलाने वाली Aena castor arendar का कहना है यह आंकड़ा पुलिसिंग का दोहरा मापदंड दर्शाता है l
शांतिपूर्ण गतिविधियों पर अपराधिक आरोप लगाए जा रहे हैं जबकि धमकी एवं हिंसा की गतिविधियों पर सही तरह से व्यवहार किया जा रहा है।
जलवायु का संकट तेजी से बढ़ रहा है। सरकार को उन लोगों की बातें सुननी चाहिए जो इस संकट की तरफ इशारा कर रहे हैं, न कि उनको परेशान करना चाहिए। शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने वालों पर कार्रवाई न करके, उनकी बातों को अमल करना चाहिए। अभी लागू करने का समय है l
जलवायु समूह जस्ट स्टॉप ऑयल के ९०% गिरफ्तारियाँ एवं अभियोजन का सामना सन् २०२२से अब तक करना पड़ा।
२०१९के उपरांत जस्ट स्टॉप एवं पूर्व Extinction Rebellion की गतिविधियों से सरकार पर दबाव डाला गया कि जलवायु को आपातकाल घोषित किया जाए जिससे महानगर पुलिस एवं सरकारों को अत्याधिक शक्ति मिले ताकि विद्रोह से निबटा जा सके l
आखिरकार Conservative सरकार ने नए विधान अभियान (कानूनगत), पुलिस एवं आपराधिक कानून २०२२ लागू किया जिसमें नागरिकों द्वारा अस्वीकार आंदोलन पर रोक लगाई गई। किल द बिल और नागरिक स्वतंत्रता बिल ने इसका विरोध किया।
इस अधिनियम से पुलिस ने धीमी मार्च रास्ता रोकने कानून जैसे अहिंसक गतिविधियों को अपराध की श्रेणी में डाल दियाl
सन् २०२२के विश्लेषण से पता चलता है कि जब सरकार ने नए सख़्त नियम लागू किए, तब शांतिपूर्ण कार्यकर्ता एवं दक्षिणपंथी कार्यकर्ताओं के आरोपों में अन्तर पाया गया।
यू.के. में सन् २०२२ से मध्य २०२५तक २२२६ जलवायु आंदोलनकारियों को गिरफ्तार किया गया, जो कि शांतिपूर्ण विरोध कर रहे थे। इनमें से १६४० पर आरोप लगाए गए, जो कि तीन गुना अधिक है, जबकि ३०९दक्षिणपंथी को गिरफ्तार किया केवल ७३का आरोपित किया गया, जबकि दक्षिणपंथी अधिकतम हिंसा कर रहे थे।
सन् २०२२से मध्य २०२५ तक जलवायु कार्यकर्ताओं पर तीन प्रमुख आरोप लगाए गए—
हाइवे बाधित करना, राष्ट्रीय सुरक्षा में हस्तक्षेप, पब्लिक ऑर्डर act सेक्शन 12 के तहत विद्रोह करने की स्थितियों का उल्लंघन करना।
इन तीन शीर्ष आरोपों में ८५% लोगों को गिरफ्तार किया गया और बाद में उन पर आरोप लगाया l इसके विपरीत तीन प्रमुख अपराध दक्षिणपंथियों को जिसके कारण उनकी गिरफ्तारियाँ हुईं—सन् २०२२से मध्य २०२५तक वे थे: शांति भंग, हिंसक गतिविधियाँ, पब्लिक ऑर्डर एक्ट की धारा १४ एवं महत्त्वपूर्ण सार्वजनिक प्रतिबंधों का उल्लंघन।
इन मामलों की औसत दर १२% रही, जो कि ४२% शांतिप्रिय कार्यकर्ताओं की तुलना की आधी थी।
जस्ट स्टॉप ऑयल ने घोषणा की कि वह कड़ा रुख अपनाते हुए प्रतिक्रिया दे रहा है, क्योंकि उन पर आपराधिक कारण बताए जा रहे हैं। जिसके अंतर्गत बहुत सारे सदस्य को पाँच वर्षों की जेल की सजा मिली है। वर्तमान कानून में कुछ खामियाँ हैं जो अपराध नियंत्रण प्रणाली में भ्रष्टाचार को उजागर करती हैं।
ये मौत और विनाश को रोकने के बजाय मुकदमों को उन पर चलाती हैं जो कम नुकसान करते हैं l
यूके के जलवायु कार्यकर्ताओं की आधुनिक ब्रिटिश इतिहास में शांतिपूर्ण प्रदर्शन सबसे कठोर रहा। इसमें lucia whitekar को अन्य चार कार्यकर्ताओं साथ सन् २०२५में अभियुक्त बनाया गया कि उन्होंने M25 मोटरवे पर चलने की योजना बनाने के लिए Zoom कॉल किया था
मेट्रोपॉलिटन पुलिस और होम ऑफिस से टिप्पणी करने के लिए विशेष संपर्क किया गया है।
Simon Childs नोवारा मीडिया के लिए एडिटर और रिपोर्टर है l
तस्वीर: नवंबर 2023 में लंदन में एक “जस्ट स्टॉप ऑयल” प्रदर्शनकारी को गिरफ्तार किया गया। तस्वीर: मार्टिन पोप / सोपा इमेजेज़ / सिपा USA, नोवारा मीडिया के माध्यम से।